4. लेन-देन का बदलाव स्वरूप
Len-den ka badlav swaroop
यहाँ वर्ग-6 के पुस्तक “सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक जीवन-I” के अध्याय-4. “लेन-देन का बदलाव स्वरूप(Len-den ka badlav swaroop)” से कुछ महत्वपूर्ण अति लघु उत्तरीय प्रश्न-उत्तर लिया गया है जो कि कक्षा-6 तथा अन्य प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए उपयोगी होंगे।
1. जब किसी वस्तु की खरीद बिक्री दूसरी वस्तु के माध्यम से किया जाता है तो उस प्रणाली को कहते हैं?
उत्तर- वस्तु विनिमय।
2. किस प्रणाली में धन संचय करना कठिन होता है?
उत्तर- वस्तु विनिमय।
3. जब किसी वस्तु की खरीद बिक्री मुद्रा अथवा रुपए पैसे के माध्यम से किया जाता है तो उसे ‘मुद्रा विनिमय प्रणाली’ कहा जाता है, क्या यह कथन सत्य है?
उत्तर- हां।
4. मुद्रा का प्रारंभिक स्वरूप क्या था?
उत्तर- वस्तु मुद्रा।
5. वस्तु मुद्रा का क्रमशः विकसित स्वरूप है?
उत्तर- चमड़ा/ खाल, पशु, अनाज।
6. सर्वप्रथम धातु मुद्रा का चलन कब हुआ?
उत्तर- वस्तु मुद्रा के बाद।
7. धातु मुद्रा सम्मिलित रूप था?
उत्तर- लोहा, तांबा, पीतल, सोना, चांदी।
8. ‘सिक्के’ का चलन कब हुआ?
उत्तर- धातु मुद्रा के बाद।
9. भारत में सबसे पहले सिक्के बने?
उत्तर- चांदी के।
10. सिक्के का’ रुपया’ नाम किस शासक ने दिया?
उत्तर- शेरशाह सूरी।
11. उत्तर भारत में मुगल साम्राज्य के समय किस प्रकार के पैसे का चलन था?
उत्तर- चांदी का रुपया, तांबे का दाम।
12. दक्षिण भारत में पहले सोने के सिक्के प्रचलन में था उसे क्या कहा जाता था?
उत्तर- हुण और पणमफ।
13. आज के दैनिक काल में प्रचलित सिक्का बना है?
उत्तर- निकल से और एलुमिनियम से।
14. कागज के मुद्रा को क्या कहा जाता है?
उत्तर- पत्र और कागजी मुद्रा।
15. भारत में कागज का नोट छपवाने तथा जारी करने का अधिकार किसे है?
उत्तर- भारतीय रिजर्व बैंक।
16. वस्तुओं को बेचने वाले क्या कहलाते हैं?
उत्तर- विक्रेता।
17. ए.टी.एम या डेबिट कार्ड को और किस नाम से जाना जाता है?
उत्तर- प्लास्टिक मुद्रा।
1. विविधता के समझ | 2. ग्रामीण जीवन यापन के स्वरूप |
3. शहरी जीवन यापन के स्वरूप | 4. लेन-देन का बदलाव स्वरूप |
5. हमारी सरकार | 6. स्थानीय सरकार |
7. सड़क सुरक्षा उपाय |
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